Saturday

#6

जब सूरज  इतना तेज़ न होगा
और आंधी तूफ़ान सेज़ सा होगा।
इंसानो के पंख भी होंगे
और साप नेवले संग भी होंगे

मतलब की दुनिया मे जिस दिन
अछाई के रंग भी होंगे
और काली रातों में भी जिस दिन
अपने सारे संग मे होंगे

जब देशो मे कोई भेद न होगा
और रंग रूप से खेद न होगा
धर्म अधर्म की बात न होगी
और इंसानियत ही साथ मे होगी

एटम बम की खोज को लेके
वो जीवन का न अंत करंगे
और धरती माँ की गोद को यु न
बारूदों से छंद करंगे

जात पात के नाम पे कुल यु
अपनों का न खून करंगे
और जन्नत की इच्छा से बच्चे
आतंक न आरम्भ करंगे

हू लिखता मन की बात को तेरी
तेरी मेरी खोज की दुनिया
नीति का है ईश तू
तेरी है ये सोच की दुनिया





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