Sunday

#24

 इस मन के ऐसे भाग कई 

है प्रश्न, कहानी, राज़ कई 

ये मन में हर दिन भगते है 

सुख चैन को मेरे ठगते है 

हर रोज़ इन्हे मैं सेहता हू 

बस सोच-सोच में रहता हू 

की यू होता तो क्या होता 

जो ना होता तो क्या होता?

निष्कर्ष न उत्तर पाता हू 

बस प्रश्न बनाता जाता हू 


No comments:

Post a Comment